संजय कुमार उर्फ संजय झा जी के व्यक्तित्व को यूं तो किसी परिचय आवश्यकता नहीं, लेकिन तिरहुत स्नातक क्षेत्र संख्या 04 से आगामी चुनाव में, स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में,उनके विषय में कुछ औपचारिक परिचय आवश्यक हैं।
संजय जी का जन्म मुजफ्फरपुर के मीनापुर प्रखंड के एक छोटे से गांव चकोछपड़ा में हुआ। इनके पिता स्व. संत कुमार झा बड़े सहृदय व्यक्ति थे जिनका स्वर्गवास इसी वर्ष हुआ। इनके दादा परम् आदरणीय रामचंद झा जी भूतपूर्व जिला सहकारिता पदाधिकारी रहते हुए उस दौर में भी लोगों से जुड़े रहें ।
संजय जी की प्रारंभिक शिक्षा ग्रामीण परिवेश में ही हुई, और मीनापुर से मैट्रिक की परीक्षा उत्तीर्ण कर इन्होंने इंटर की पढ़ाई के लिए शहर का रुख किया। जहां राज नारायण सिंह इंटर कॉलेज के छात्र रहें। तत्पश्चात नीतीश्वर महाविद्यालय से स्नातक में उत्तीर्ण हुए। और
आगे चल कर एलएलबी कर वकालत की डिग्री भी प्राप्त की।
संजय जी सामाजिक व्यक्ति होनें के साथ तिरहुत स्नातक क्षेत्र के युवाओं के लिए एक सफल उद्यमी होकर, प्रेरणास्रोत के रूप में भी, बड़े भाई की भूमिका अदा करने का कार्य कर रहे हैं। वर्तमान में ये, संजय झा एण्ड एसोसिएट के साथ ही अन्य छोटे छोटे फार्म जैसे नेहा लेदर, नेहा पोल्ट्री, नेहा कंस्ट्रक्शन एवम् नेहा ट्रेडर्स के भी चेयरमैन हैं।
कॉलेज के दिनों में संजय जी ने समाज और लोगों से जुड़ने का प्रयत्न किया।
ये 25 वर्षों से सामाजिक कार्य से जुड़े हैं एवं वंचितों की सहायता का पुनःजोर प्रयास कर रहे हैं ।
इसी प्रयास में इन्होंने दिशा दर्शन एजुकेशनल एण्ड वेल फेयर ट्रस्ट इनके द्वारा किया गया एक प्रयास है।
ये वर्ष 2008–09 में बसपा जिला अध्यक्ष बनाए गए। लेकिन स्वतंत्रता से कार्य न कर पाने पर अध्यक्ष जैसे पदों से भी इस्तीफ़ा देने में संकोच नहीं किए। फिर कांग्रेस के भी युवा जिला अध्यक्ष पर पर चार वर्षों तक कार्य किए। पार्टी की विचारधारा से मेल न होने पर स्वतंत्र रूप से लोगों की सेवा का निश्चय किए।
संजय जी शुरू से ही जिम्मेदार व खुली विचार से लोगों की सेवा करने वाले व्यक्ति हैं।
इसी के परिणाम स्वरूप मुजफ्फरपुर के शहरी क्षेत्र से दूर, अपने ग्राम पंचायत नंदना से वर्ष 2021 में मुखिया प्रत्याशी का चुनाव जीत कर पंचायत की दयनीय स्थिति में बदलाव का भरपूर प्रयास किया।
गांव एवं पंचायत के बाद अब वे तिरहुत के युवाओं की सबसे बड़ी समस्या,
परीक्षाओं में देरी एवं युवाओं में बढ़ती बेरोजगारी को देख चिंतित हैं। तिरहुत स्नातक क्षेत्र से आगामी चुनाव में स्वतंत्र उम्मीदवार बनकर, संजय जी इस समस्या का भी समाधान करने के लिए प्रयत्नरत हैं। आप सभी के आशीर्वाद से ये प्रयास भी इनका सफल होगा यही मंगल कामना है।